
विधवा, बुजुर्ग और दिव्यांगजन पेंशन योजना के लाभार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है। राजस्थान सरकार ने स्पष्ट रूप से घोषणा की है कि 31 मार्च 2025 तक जिन लाभार्थियों का वार्षिक भौतिक सत्यापन पूरा नहीं होगा, उनकी पेंशन अप्रैल महीने से स्वचालित रूप से बंद कर दी जाएगी। यह जानकारी विशेष रूप से उन लाभार्थियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है जो सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
वार्षिक सत्यापन का महत्व
राज्य सरकार द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के अंतर्गत विधवाओं, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों को मासिक आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस लाभ को निरंतर प्राप्त करने के लिए प्रत्येक लाभार्थी को वर्ष में एक बार अपना भौतिक सत्यापन अनिवार्य रूप से कराना होता है। यह सत्यापन प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि पेंशन वास्तविक और पात्र लाभार्थियों तक ही पहुंचे।
निर्धारित समय सीमा में सत्यापन न होने पर पेंशन स्वतः निलंबित हो जाती है। इसके पश्चात पेंशन को पुनः शुरू करवाने के लिए कई प्रशासनिक प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, जिससे लाभार्थियों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यह अत्यंत आवश्यक है कि सभी पेंशनधारक 31 मार्च से पूर्व अपना सत्यापन पूर्ण करा लें।
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जयपुर में सत्यापन की वर्तमान स्थिति
आंकड़ों के अनुसार, जयपुर जिले में कुल 6,04,430 पेंशनधारक हैं, जिनमें से अब तक केवल 4,85,986 लोगों ने अपना सत्यापन पूरा किया है। लगभग 1,18,444 लाभार्थी अभी भी सत्यापन प्रक्रिया से वंचित हैं। यदि ये लाभार्थी 31 मार्च 2025 तक अपना सत्यापन नहीं कराते हैं, तो उनकी पेंशन अप्रैल माह से स्वतः रुक जाएगी।
जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सत्यापन की स्थिति निम्नलिखित है:
- आमेर: 16,354 लाभार्थियों में से 999 अभी तक सत्यापित नहीं
- आंधी: 16,399 लाभार्थियों में से 1,835 सत्यापन से वंचित
- बस्सी: 18,846 लाभार्थियों में से 3,991 सत्यापन हेतु शेष
- चाकसू: 14,171 लाभार्थियों में से 2,402 सत्यापन नहीं हुआ
- दूदू: 15,427 लाभार्थियों में से 1,037 सत्यापन प्रतीक्षारत
- गोविंदगढ़: 39,315 लाभार्थियों में से 6,075 अभी भी असत्यापित
- सांगानेर: 20,305 लाभार्थियों में से 4,098 सत्यापन प्रक्रिया से वंचित
- शाहपुरा: 27,942 लाभार्थियों में से 3,853 सत्यापन बाकी
सत्यापन के लिए उपलब्ध विकल्प
सरकार ने पेंशनधारकों के लिए सत्यापन प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने हेतु विविध विकल्प उपलब्ध कराए हैं:
- ई-मित्र केंद्र: लाभार्थी अपने निकटतम ई-मित्र केंद्र या कियोस्क पर जाकर बायोमेट्रिक सत्यापन करवा सकते हैं।
- मोबाइल ऐप द्वारा सत्यापन: एंड्रॉयड स्मार्टफोन उपयोगकर्ता विशेष मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से फेशियल रिकग्निशन या बायोमेट्रिक सत्यापन कर सकते हैं।
- ओटीपी आधारित वेरिफिकेशन: जिन लाभार्थियों के आधार कार्ड से मोबाइल नंबर जुड़ा है, वे ओटीपी वेरिफिकेशन प्रणाली का उपयोग कर सकते हैं।
- कार्यालय में व्यक्तिगत सत्यापन: यदि उपरोक्त विकल्प संभव नहीं हैं, तो लाभार्थी सीधे पेंशन विभाग के अधिकारी के कार्यालय में जाकर सत्यापन करवा सकते हैं। इस हेतु पीपीओ नंबर, जनाधार कार्ड और आधार कार्ड आवश्यक होंगे।
पेंशन राशि में वृद्धि के बावजूद लापरवाही
राज्य सरकार ने हाल ही में बजट में पेंशन की न्यूनतम राशि 1150 रुपये से बढ़ाकर 1250 रुपये कर दी है। इस वृद्धि के बावजूद अभी भी कई लाभार्थी वार्षिक सत्यापन प्रक्रिया में लापरवाही बरत रहे हैं, जो चिंता का विषय है। विशेषकर, कुछ लाभार्थियों का सत्यापन आधार से लिंक मोबाइल नंबर न होने के कारण रुका हुआ है। ऐसे लाभार्थी पेंशन पोर्टल पर उपलब्ध नए विकल्पों का उपयोग करके अपना सत्यापन पूर्ण कर सकते हैं।
समयबद्ध कार्रवाई का महत्व
सभी पेंशनधारकों के लिए यह अत्यावश्यक है कि वे 31 मार्च 2025 से पूर्व अपना सत्यापन अवश्य करवा लें। सत्यापन प्रक्रिया को विलंबित करने से न केवल पेंशन राशि का प्रवाह रुकेगा, बल्कि इसे पुनः प्रारंभ करवाने के लिए अतिरिक्त प्रयास और समय की आवश्यकता होगी।
सरकार ने सत्यापन प्रक्रिया को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए विभिन्न डिजिटल और पारंपरिक माध्यम उपलब्ध कराए हैं। इन विकल्पों का लाभ उठाकर लाभार्थी अपनी पेंशन को निरंतर जारी रखना सुनिश्चित कर सकते हैं।
समय पर सत्यापन कराकर अपनी पेंशन को बंद होने से बचाएं और निर्बाध वित्तीय सहायता सुनिश्चित करें।